Tuesday 11 February 2020

आनंदमय सफल जीवन, (प्रेरणादायक प्रसंगो सहित)

आनंदमय सफल जीवन,  (प्रेरणादायक प्रसंगो सहित)
प्रकाशक: ब्लूरोज़ पब्लिशर्स , लेखक: एस पी गर्ग,
भाषा : हिंदी, पृष्ठ  संख्या :१६४, मूल्य: रुपया २१०/=(भारत में), $१५ (विदेशों में)
प्रकाशन वर्ष (प्रथम संस्करण) २०१९, ISBN :९७८-९३-५३४७-८९७-१

प्रत्येक व्यक्ति यह चाहता है क़ि उसका जीवन ख़ुशी और सफलताओं के साथ, पूरा हो सके। होना भी  ऐसा ही चाहिए । परन्तु हर एक व्यक्ति का जीवन अलग अलग होता है। यदि उपयुक्त समय पर व्यक्तियों को यथोचित मार्गदर्शन और सलाह मिलते रहें और उन  पर अमल किया जा सके  तो जीवन सफल होने की बहुत संभावना रहती है। इसी कड़ी में है यह वर्त्तमान पुस्तक। पर्याप्त कलेवर में लिखी यह पुस्तक, उचित मार्गदर्शन देने में सक्षम है।
  यह पुस्तक चार भागों में है जिनमें विभिन्न विषयों पर २३ अध्याय हैं। प्रत्येक विषय सावधानी पूर्वक चुना गया है और लिखा गया है जिससे पाठकों के लिए यह  रुचिकर और उपयोगी हो।यह बात तो निश्चित  है क़ि सभी का जीवन एक जैसा  नहीं हो सकता , जीवन में उतार  और चढ़ाव होते हैं और हमें उन सभी से सीखना पड़ता है और सामंजस्य बनाना पड़ता है।प्रथम भाग: आनंदमय जीवन में ११ अध्याय हैं और इनमें अच्छा  जीवन कैसे बनायें, इस बारे में बताया गया है।जीवन तनाव मुक्त बनाना, सकारात्मक सोच रखना, प्रयास करना, विनम्रता, खुशियां बाँटना, मुस्कान , आत्म विश्वास आदि की ओर हमारा ध्यान आकर्षित किया गया है।द्वितीय भाग: सफलता की ओर में ५ अध्याय हैं। यह भाग विशेष तोर पर युवाओं  के लिए है ओर जीवन में सफलता, कैरियर प्रगति , अनुभवों से सीखना आदि पर चर्चा की गयी है, जो अत्यंत उपयोगी है।तृतीय भाग :आत्मीय संबंध: परिवार, रिश्ते, मित्र में तीन अध्याय  हैं। जीवन में सबसे ज्यादा महत्व परिवार, रिश्तों ओर मित्रों का होता है जो जीवन पर्यन्त चलता है, नौकरी से सेवा निवृत्ति के पश्चात भी, और यही बात बड़ी महत्वपूर्ण है क़ि हम हमेशा परिवार को सबसे ज्यादा अहमियत दें। भाग चतुर्थ: समाज, प्रकृति, पर्यावरण औऱ देश के प्रति दायित्व में ४ अध्याय हैं।  देश सर्वोपरि है, यह हमें हमेशा मान के चलना चाहिए ।देश नहीं तो हम नहीं। तो देश के लिए हमारे समर्पण, योगदान, पर्यावरण, सेवा भाव ओर सामाजिक दायित्व की ओर  ध्यान आकर्षित करने में यह भाग अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस पुस्तक का मुखपृष्ठ  रंगीन, कलात्मक, और आकर्षक है,मुद्रण उत्तम है और पुस्तक को पढ़ने की इच्छा करती है।पुस्तक के आरम्भ में  समर्पण, आभार, आमुख और अनुभूति लिखे गए हैं,  फिर अंत  में लेखक का जीवन परिचय दिया गया है। पुस्तक के अंतिम कवरपृष्ठ पर लेखक ओर पुस्तक के बारे में मिली जुली जानकारी प्रेषित की गई है, जो पुस्तक की विशेषताओं की ओर ध्यान आकर्षित करती है।पुस्तक की भाषा सरल है और विभिन्न प्रसंगो द्वारा इसे रुचिपूर्ण बना दिया है। जब मैंने इस पुस्तक को पढ़ना आरम्भ किया तो यह मुझे  अत्यंत रुचिपूर्ण लगी ओर मैंने यह भी अनुभव किया क़ि इसमें लिखा प्रत्येक वाक्य महत्वपूर्ण है।इस पुस्तक में सीखने के लिए बहुत कुछ है।यदि हमें सीखने की लालसा है तो इस पुस्तक को पढ़ कर हम आशान्वित होंगे।विभिन्न प्रकार के व्यक्तियों के लिए यह अत्यंत प्रेरणादायक ओर उपयोगी  सिद्ध होगी ओर पढ़ने में आनंद भी आएगा। समीक्षक के मूल्याङ्कन में  यह  पुस्तक  विद्यार्थियों, युवाओं , संकाय सदस्यों, नौकरी करने वालों, उद्यमियोंकंपनी में कार्य करने वालों , प्रशिक्षण देने वालों आदि सभी के लिए यह अत्यंत उपयोगी रहेगी।

                                                            ----------समीक्षक (Reviewer)---- vijaiksharma


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